Hindi -IX, ARTH KI DRISHTI SE VAKYA BHED
वाक्य:-दो या दो से अधिक शब्दों के सार्थक समूह को वाक्य कहते हैं। सार्थक का मतलब होता है अर्थ रखने वाला।यानी शब्दों का ऐसा समूह जिससे कोई अर्थ निकल रहा हो,वह वाक्य कहलाता है। जैसे : सीता पढ़ रही है।
* वाक्यों का वर्गीकरण
1. रचना के आधार पर
2. अर्थ के आधार पर
रचना के आधार पर वाक्य के तीन भेद होते हैं:
1.सरल वाक्य
2.सयुंक्त वाक्य
3. मिश्रित/ मिश्र वाक्य
* अर्थ के आधार पर वाक्य के भेद
अर्थ के आधार पर वाक्य के आठ भी होते हैं:
1.विधानवाचक वाक्य
2.इच्छावाचक वाक्य
3.आज्ञावाचक वाक्य
4. निषेधवाचक वाक्य
5. प्रश्नवाचक वाक्य
6. विस्मयादिबोधक वाक्य
7. संकेतवाचक वाक्य
8. संदेहवाचक वाक्य
1. विधानवाचक वाक्य :
ऐसे वाक्य जिनसे किसी काम के होने या किसी के अस्तित्व का बोध हो, वह वाक्य विधानवाचक वाक्य कहलाता है।
* विधानवाचक वाक्यों को विधिवाचक वाक्य भी कहा जाता है।
उदाहरण:
* भारत हमारा देश है।
* राम ने खाना खा लिया।
* राम के पिता का नाम दशरथ है।
* राधा स्कूल चली गयी।
* मनीष ने पानी पी लिया।
* अयोध्या के राजा का नाम दशरथ है।
2. इच्छावाचक वाक्य :
ऐसे वाक्य जिनसे हमें वक्ता की कोई इच्छा, कामना, आकांशा, आशीर्वाद आदि का बोध हो, वह वाक्य इच्छावाचक वाक्य कहलाते हैं।
उदाहरण:
* दूधोँ नहाओ, पूतोँ फलो।
* नववर्ष मंगलमय हो।
* तुम्हारा कल्याण हो।
* भगवान तुम्हें लंबी उमर दे।
3. आज्ञावाचक वाक्य :
ऐसे वाक्य जिनमें आदेश, आज्ञा या अनुमति का पता चले या बोध हो, वे वाक्य आज्ञावाचक वाक्य कहलाते हैं।
उदाहरण:
* वहां जाकर बैठिये।
* कृपया अपनी मदद स्वयं करिये।
* कृपया शान्ति बनाये रखें।
* तुम वहां जा सकते हो।
4. निषेधवाचक वाक्य
जैसा कि जमीन इसके नाम से ही पता चल रहा है निषेध वाचक वाक्य हमें किसी काम के ना होने या न करने का बोध कराते हैं।
* जिन वाक्यों से कार्य के निषेध का बोध होता है, वह वाक्य निषेधवाचक वाक्य कहलाते हैं।
उदाहरण:
* मैं आज खाना नहीं खाऊंगा।
* राम आज स्कूल नहीं जाएगा।
* रमन आज खेलने नहीं आएगा।
* राम आज रावण को नहीं मारेगा।
* रावण आज सीता का अपहरण नहीं करेगा।